tag:blogger.com,1999:blog-7722108332076466490.post2396640306341858904..comments2024-02-28T08:50:36.976+05:30Comments on कलम और कुदाल: उच्च शिक्षा का वर्तमान हालvijai Rajbali Mathurhttp://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-7722108332076466490.post-46488648972423719672011-06-07T07:33:04.118+05:302011-06-07T07:33:04.118+05:30अब तो नम्बर बाँटने की भी होड़ लगी है.अब 90% से ऊपर...अब तो नम्बर बाँटने की भी होड़ लगी है.अब 90% से ऊपर बच्चों को नंबर देने का नया चलन भी चल पड़ा है. बच्चे तो जानते ही हैं की नंबर बाँट रहे हैं तो वो पढ़ें क्यों. शिक्षा की हालत तो बहुत बुरी है .अल्लाह ही मालिक है .Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7722108332076466490.post-53035082301141002402011-06-06T21:29:24.823+05:302011-06-06T21:29:24.823+05:30विचारणीय आलेख....विचारणीय आलेख....वीना श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09586067958061417939noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7722108332076466490.post-5861568097023917972011-06-06T19:18:53.263+05:302011-06-06T19:18:53.263+05:30उच्च शिक्षा पर यह लेख बहुत विचारणीय है | एक तथ्य य...उच्च शिक्षा पर यह लेख बहुत विचारणीय है | एक तथ्य यह भी है कि निजी शिक्षा संस्थानों में वेतन पर हस्ताक्षर किसी धनराशी पर होतें हैं और दिया कुछ और दिया जाता है |अमरनाथ 'मधुर'امرناتھ'مدھر'https://www.blogger.com/profile/02686172394497853767noreply@blogger.com