tag:blogger.com,1999:blog-7722108332076466490.post3544576536792789994..comments2024-02-28T08:50:36.976+05:30Comments on कलम और कुदाल: ममता की निष्ठुर संकीर्णताvijai Rajbali Mathurhttp://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-7722108332076466490.post-65777329510616538322011-07-13T11:54:48.725+05:302011-07-13T11:54:48.725+05:30बहुत सही पेपर कटिंग लगाई आपने.आभार.
पर अपने देश मे...बहुत सही पेपर कटिंग लगाई आपने.आभार.<br />पर अपने देश में तो हर अच्छा प्रपोजल ठन्डे बसते में चला जाता है.<br />क्या कहा जाये,बस भगवान मालिक है.Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.com