Thursday 19 July 2012

राष्ट्रपति चुनाव और बामपंथ

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 आज अभी राष्ट्रपति पद हेतु मतदान चल रहा है। CPI और RSP ने मतदान से अनुपस्थित रहने का फैसला क्यों किया यह प्रस्तुत स्कैन से स्पष्ट है। किन्तु CPM ने UPA उम्मीदवार का समर्थन निहायत व्यक्तिगत-व्यापारिक हितों की पूरती हेतु किया है। चूंकि सी पी एम महासचिव प्रकाश करात के साढ़ू हैं प्रव राय और उनके व्यापारिक रिश्ते हैं मुकेश अंबानी से अतः प्रकाश करात ने अपने साढ़ू के व्यापारिक हितों की पूरती के लिए अंबानी के प्रत्याशी-यू पी ए के प्रणब  मुखर्जी को पार्टी का समर्थन 'ममता विरोध' के नाम पर दिला दिया जबकि ममता ने भी उनको ही समर्थन दिया है। मजदूरों-किसानों के हितैषी कम्युनिस्टों के एक गुट द्वारा उद्योगपतियों के प्रत्याशी को राष्ट्रपति बनवाना कितना बाम-पंथ के हित मे है?





 संकलन-विजय माथुर, फौर्मैटिंग-यशवन्त माथुर

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