Saturday 18 April 2020

विनय दूबे और कोरोना पीड़ितों की मदद

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Mehboob Khan
2 days ago

दुबे जी समय समय पर बिकाऊ मीडिया की पोल खोलने का काम कर रहे थे।और साथ ही सरकार की नकामीयों को भी उजागर कर रहे थे। गरीब, मजदूर और मजलूम की  आवाज सरकार को सुननी चाहिए। मजदूर लोग एक ही कमरे में 30--40 संख्या तक रहे हैं। खाना पानी का इंतेजाम नहीं है।सरकार को इस ओर ध्यान देने की जरुरत है।तभी इस समस्या का समाधान हो पायेगा। हमारी सरकार अमीर लोगों को विदेश से हवाई जहाज से भारत लेकर आ रहे है।इसी तर्ज पर हमारे गरीब मजदूरों को भी सरकार चाहे तो उनके राज्य पहुंचा सकती हैं।वहां की सरकार उनकी जांच कर अलग रख सकती हैं।स्वास्थ्य होने पर मजदूरो को उनके घर जाने की ईजाजत दे सकती हैं।लोकडाउन रखो,लेकिन गरीब की समस्याओं का भी ध्यान रखो।तभी करोनावाईरस से जीता जा सकता है।अन्यथा भूख से मरने वालो की भी गिनती लगानी पडेगी।जो हमारी सरकार के लिये शर्मिंदा का सबब बनेगा ।

April 16 at 9:04 PM · 
जहां दिग्गज ट्रेड यूनियंस लाकडाउन पर सरकार के साथ कदम - ताल मिला रही हैं एक सर्वथा अज्ञात जागरूक नागरिक ने उत्पीड़ित मजदूरों के हक की आवाज उठाई तो उसे जेल में ठूंस दिया गया ।

पुलिस द्वारा दमन करके महामारी का इलाज किया जाएगा, स्वास्थ्य रक्षा करके नहीं ------
(विजय माथुर )








 संकलन-विजय माथुर, फौर्मैटिंग-यशवन्त यश

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