आचार्य वर ने क्या व्याख्या की है...वाह... मन आनंद विभोर हो गया पढ़कर... सत्य है हमारे पुराण और शास्त्र रूपकों में लिखे गए हैं..उनके निहितार्थ समझने की आवश्यकता है...
आचार्य का संपर्क सूत्र देंगे?? कभी हो सका तो यहाँ भी हम इस प्रकार का आयोजन करने का प्रयास करेंगे...
आचार्य वर ने क्या व्याख्या की है...वाह...
ReplyDeleteमन आनंद विभोर हो गया पढ़कर...
सत्य है हमारे पुराण और शास्त्र रूपकों में लिखे गए हैं..उनके निहितार्थ समझने की आवश्यकता है...
आचार्य का संपर्क सूत्र देंगे?? कभी हो सका तो यहाँ भी हम इस प्रकार का आयोजन करने का प्रयास करेंगे...