Showing posts with label हताशा. Show all posts
Showing posts with label हताशा. Show all posts

Wednesday, 5 July 2017

सुहाने सपने, स्याह हकीकत ------ उपमा सिंह / असीमा भट्ट

स्पष्ट रूप से पढ़ने के लिए इमेज पर डबल क्लिक करें (आप उसके बाद भी एक बार और क्लिक द्वारा ज़ूम करके पढ़ सकते हैं )