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प्रख्यात पत्रकार और प्रगतिशील साहित्यकार आबिद सुहैल साहब को 'उर्दू' लेखन मे पुरस्कार प्राप्ति पर उन्हें हार्दिक मुबारकवाद। 09 अक्तूबर को कैफी आज़मी एकेडमी मे 'प्रगतिशील लेखक संघ' मे गोष्ठी के अध्यक्ष मण्डल शामिल रहे सुहैल साहब का ही यह सुझाव था कि,ब्रहमनवाद' पर हमला या विरोध करने की बजाय 'पुरोहितवाद' का विरोध करना उचित है क्योंकि ब्रहमनवद से एक 'जाति'की बू आती है और पुरोहितवाद सभी तथाकथित धर्मों को विकृत करने के लिए जिम्मेदार है। उनके सुझाव को 'प्रस्ताव'रूप मे पास करके उस पर अमल होना चाहिए था। परंतु मैंने अपने लेखन मे उनके सुझाव के अनुसार 'पुरोहितवाद' शब्द का उल्लेख करना शुरू कर दिया है।
अभी इसी माह के शुरू मे आबिद सुहैल साहब को देखा व सुना था। उनको पुरुसकार मिलने से बेहद खुशी हुई।
संकलन-विजय माथुर, फौर्मैटिंग-यशवन्त माथुर
Hindustan-Lucknow-27/10/2011 |
प्रख्यात पत्रकार और प्रगतिशील साहित्यकार आबिद सुहैल साहब को 'उर्दू' लेखन मे पुरस्कार प्राप्ति पर उन्हें हार्दिक मुबारकवाद। 09 अक्तूबर को कैफी आज़मी एकेडमी मे 'प्रगतिशील लेखक संघ' मे गोष्ठी के अध्यक्ष मण्डल शामिल रहे सुहैल साहब का ही यह सुझाव था कि,ब्रहमनवाद' पर हमला या विरोध करने की बजाय 'पुरोहितवाद' का विरोध करना उचित है क्योंकि ब्रहमनवद से एक 'जाति'की बू आती है और पुरोहितवाद सभी तथाकथित धर्मों को विकृत करने के लिए जिम्मेदार है। उनके सुझाव को 'प्रस्ताव'रूप मे पास करके उस पर अमल होना चाहिए था। परंतु मैंने अपने लेखन मे उनके सुझाव के अनुसार 'पुरोहितवाद' शब्द का उल्लेख करना शुरू कर दिया है।
अभी इसी माह के शुरू मे आबिद सुहैल साहब को देखा व सुना था। उनको पुरुसकार मिलने से बेहद खुशी हुई।
संकलन-विजय माथुर, फौर्मैटिंग-यशवन्त माथुर
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