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उपरोक्त लेख मे गांधी जी ने स्पष्ट कहा है कि निवेशकों के साथ सरकार के खड़े होने से मामला फ़ौजदारी हो गया है, अर्थात हिंसा और जनसंहार के लिए जिम्मेदार सरकार और निवेशक ही हैं ऐसा पूर्व राज्यपाल महोदय भी मान रहे हैं। ऐसे मे निवेशकों-विशेषकर विदेशी कारपोरेट के समर्थन मे अन्ना आंदोलन क्या हुआ ?हिंसा और प्रति हिंसा को बढ़ाने वाला ही तो। युवा शक्ति की ऊर्जा नष्ट करके उनका भविष्य चौपट करने वाले अन्ना गैंग की जितनी भर्तस्ना की जाए कम है।
संकलन-विजय माथुर, फौर्मैटिंग-यशवन्त माथुर
Hindustan-30/07/2012 |
उपरोक्त लेख मे गांधी जी ने स्पष्ट कहा है कि निवेशकों के साथ सरकार के खड़े होने से मामला फ़ौजदारी हो गया है, अर्थात हिंसा और जनसंहार के लिए जिम्मेदार सरकार और निवेशक ही हैं ऐसा पूर्व राज्यपाल महोदय भी मान रहे हैं। ऐसे मे निवेशकों-विशेषकर विदेशी कारपोरेट के समर्थन मे अन्ना आंदोलन क्या हुआ ?हिंसा और प्रति हिंसा को बढ़ाने वाला ही तो। युवा शक्ति की ऊर्जा नष्ट करके उनका भविष्य चौपट करने वाले अन्ना गैंग की जितनी भर्तस्ना की जाए कम है।
संकलन-विजय माथुर, फौर्मैटिंग-यशवन्त माथुर
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