Saturday, 7 December 2013

ईमानदारी की कहानी प्रवीण कुमार सिंह जी की जुबानी

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संकलन-विजय माथुर, फौर्मैटिंग-यशवन्त माथुर

2 comments:

  1. BADI VICHITRA ISTHITI HO GAI HAI IMANDARI AUR IMANDARON KA BURA HAL HAI .....

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  2. अब इमानदार आदमी क्या करे जिए या मरे मगर बछड़े को पड़वा नहीं बना सकते ना.......

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