Friday, 12 October 2012

डॉ राम विलास का दर्शन ही भारत मे साम्यवाद ला सकता है

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हिंदुस्तान,लखनऊ,दिनांक 07-10-2012 मे प्रकाशित यह लेख नितांत महत्वपूर्ण है जिसे दिये लिंक के माध्यम से सुगमता से पढ़ा जा सकता है---
http://www.livehindustan.com



डॉ रामविलास शर्मा जी अपने स्पष्ट और सुदृढ़ विचारों के कारण ही आगरा के सेंट जांस कालेज का अपना जाब छोड़ कर दिल्ली मे बस्ने पर मजबूर हुये थे। सुंदर होटल,राजा-की-मंडी स्थित तत्कालीन भाकपा कार्यालय मे उन पर साईकिल की चेन से संकीर्ण लोगों द्वारा प्रहार किया गया और उनको पार्टी मे उत्पीड़ित किया गया था। डॉ शर्मा के दिल्ली चले जाने के काफी समय बाद उनके दोनों हमलावर पार्टी के ज़िला मंत्री भी बने। जिस प्रकार ढ़ोंगी  पोंगापंथी कुतर्क के अतिरिक्त कुछ नहीं सुनना चाहते उसी प्रकार साम्यवादी पोंगापंथी भी कुतर्क के अतिरिक्त कुछ नहीं सुनना चाहते जिस कारण डॉ साहब पर आघात किया गया था।

वस्तुतः डॉ रामविलास शर्मा जी बिलकुल हकीकत बता रहे हैं कि हमारा वेदिक दर्शन समष्टिवाद अर्थात आधुनिक साम्यवाद पर आधारित है। भारत मे शोषित-दमित जनता को जागरूक करने और अपने अधिकारों के प्रति सचेत करने मे डॉ शर्मा जी की खोज व्यापक मददगार साबित होगी। मैंने अपने ब्लाग 'क्रांतिस्वर' के माध्यम से कई लेख इस दिशा मे दिये हैं जो डॉ साहब के दर्शन के संबंध मे सही माने जाने चाहिए थे किन्तु पोंगापंथी साम्यवादी विद्वानों ने भी उनकी आलोचना की है। कुछ लिंक इस प्रकार हैं---http://krantiswar.blogspot.in/2012/07/blog-post_24.html

http://krantiswar.blogspot.in/2012/07/blog-post_22.html

http://krantiswar.blogspot.in/2012/08/blog-post_9.html

http://krantiswar.blogspot.in/2011/11/blog-post_21.html

http://krantiswar.blogspot.in/2011/12/blog-post.html






संकलन-विजय माथुर, फौर्मैटिंग-यशवन्त माथुर

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