Monday, 29 September 2014

राजदीप सरदेसाई के साथ लखनऊ के पत्रकारों की एकजुटता का प्रदर्शन ---विजय राजबली माथुर

 लखनऊ, 29 सितंबर 2014 ।  आज  साँय चार बजे  गांधी प्रतिमा,जी पी ओ पार्क,  हजरतगंज चौराहे पर एक  धरना राजदीप सरदेसाई पर अमेरिका में हुए हमले एवं  देश भर में पत्रकारों पर हो रहे हमलों के विरोध में  मान्यता प्राप्त श्रमजीवी पत्रकार समिति के सिद्धार्थ कलहंस के आह्वान पर दिया गया। विभिन्न पत्रकार संगठनों के प्रतिनिधियों ने  फासीवाद के विरोध में  अपनी आवाज बुलंद कर पत्रकार एकजुटता का प्रदर्शन किया।  

उत्कर्ष सिन्हा ने इस बात की ओर ध्यान आकृष्ट किया कि जबसे सिद्धार्थ कलहंस ने फेसबुक पर आज के धरने की सूचना दी है उसके बाद से फासीवादी संगठनों की ओर से फर्जी वीडियो डाल कर राजदीप सरदेसाई को दोषी ठहराने की मुहिम चलाई जा रही है उन्होने इस दुर्भावनापूर्ण कारवाई को उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की संज्ञा दी। 

मानवाधिकार संगठन (पीयूसीएल) के रामकिशोर जी ने निर्भीकतापूर्वक कहा कि आपातकाल के बाद अब यह दूसरा मौका है कि पत्रकारों का योजनाबद्ध ढंग से उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होने कहा कि पत्रकार जनता की आवाज़ उठाता है और पत्रकारों पर ये फासीवादी हमले जनता की आवाज़ को कुचलने के लिए किए जा रहे हैं। उन्होने अपने संगठन की ओर से पत्रकारों के संघर्ष में पूर्ण समर्थन देने का आश्वासन दिया। 

अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में सिद्धार्थ कलहंस ने धरने  पर आए हुये पत्रकार साथियों तथा अन्य  लोगों का कृतज्ञता ज्ञापन किया। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री से समय मांगा है और उनको विस्तृत ज्ञापन देकर पत्रकारों की सुरक्षा तथा अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता को अक्षुण रखने की प्रबल  मांग उठाई जाएगी। उन्होने सख्त कानून बना कर पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता भी बताई। 


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