इसी
लाल चौक के एक होटल में हम लोगों (होटल मुगल शेरटन,आगरा के स्टाफ ) को
1981 में ठहराया गया था;वहाँ के मशहूर 'हाईलैंड फैशन्स' के मालिक गुलाम
रसूल जान साहब के 'होटल हाईलैंड्स',कारगिल के लिए रवाना होने के क्रम में।
तब डल झील और लाल चौक मनोरम था और स्थानीय लोगों का हम लोगों के साथ
व्यवहार सौहाद्र्पूर्ण। बाद में USA प्रेरित अलगाववाद ने सारी रौनक फीकी कर
दी थी। अब USA द्वारा प्रेरित कार्पोरेट्स से प्रायोजित सरकार बनने के
बाद से 'प्राकृतिक' रूप से एक के बाद एक सारे देश की जनता दंडित हो रही है।
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