आज
25 मई 2013 को साँय 6 बजे क़ैसर बाग ,लखनऊ स्थित कार्यालय पर इप्टा के 70
वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में एक विचार गोष्ठी एवं नाटक का प्रदर्शन
सम्पन्न हुआ।
गोष्ठी में अन्य वक्ताओं के अतिरिक्त वीरेंद्र यादव जी व शकील सिद्दीकी साहब प्रमुख थे जिन्हों ने इप्टा के क्रिया-कलापों पर प्रकाश डाला तथा इसके महत्व को रेखांकित किया। गोष्ठी के उपरांत खुले प्रांगण में राकेश जी द्वारा लिखित एवं निर्देशित एक नुक्काड नाटक का मंचन किया गया। कलाकारों ने बहुत सुंदर ढंग से नाट्य प्रस्तुति द्वारा,FDI,बाजारीकरण,सेन्सेक्स ,विकास
आदि की विद्रूपताओं को उद्घाटित किया। इसके विरोध में जनता के जागरूक होकर
संघर्ष करने पर शासन तंत्र शोषक मुनाफाखोरों को लाभ पहुंचाने के लिए किस
प्रकार जातिवाद व धार्मिक वैमनस्य का खूनी खेल खेलता है इसे नाटक द्वारा
बखूबी समझाया गया।
भाकपा,उत्तर प्रदेश के सचिव कामरेड डॉ गिरीश ,ज़िला काउंसिल लखनऊ के सह सचिव कामरेड ओ पी अवस्थी के अलावा कामरेड विजय माथुर भी उपस्थित रहे।
गोष्ठी में अन्य वक्ताओं के अतिरिक्त वीरेंद्र यादव जी व शकील सिद्दीकी साहब प्रमुख थे जिन्हों ने इप्टा के क्रिया-कलापों पर प्रकाश डाला तथा इसके महत्व को रेखांकित किया। गोष्ठी के उपरांत खुले प्रांगण में राकेश जी द्वारा लिखित एवं निर्देशित एक नुक्काड नाटक का मंचन किया गया। कलाकारों ने बहुत सुंदर ढंग से नाट्य प्रस्तुति द्वारा,FDI,बाजारीकरण,सेन्सेक्स
भाकपा,उत्तर प्रदेश के सचिव कामरेड डॉ गिरीश ,ज़िला काउंसिल लखनऊ के सह सचिव कामरेड ओ पी अवस्थी के अलावा कामरेड विजय माथुर भी उपस्थित रहे।
- You, Parmanand Arya, Ram Harsh Patel, Venugopal Varma and 4 others like this.
संकलन-विजय माथुर, फौर्मैटिंग-यशवन्त माथुर
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