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अचला नागर ( Achala Nagar) प्रसिद्ध फ़िल्म पटकथा एवं संवाद लेखिका हैं। डॉ. अचला नागर का जन्म 2 दिसंबर, 1939 को लखनऊ, उत्तर प्रदेश में हुआ। ये प्रसिद्ध साहित्यकार अमृतलाल नागर की पुत्री हैं।
जन्मदिन 02 दिसंबर के अवसर पर डॉ अचला नागर की एक राजनीतिक व्यंग्य रचना :
22 जून, 1980 के 'धर्मयुग' में प्रकाशित डॉ अचला नागर जी की यह रचना व्यंग्यात्मक पुट लिए उस समय की राजनीतिक स्थिति का विश्लेषण करती है। यह वह समय था जब जनता पार्टी के दोनों गुट अपनी-अपनी सरकारें गंवा चुके थे और मध्यावधि चुनावों से इंदिरा कांग्रेस जो उस समय 'कांग्रेस आई' के नाम से जानी जाती थी प्रचंड बहुमत से सत्ता में लौट आई थी।
डॉ अचला जी ने मंदिर के बंदर से शुरू करके केंद्र व राज्यों में पुनः कांग्रेस आई की सरकारों के गठन का बड़ा ही रोचक वर्णन प्रस्तुत किया है। जनता पार्टी की बंदर-बाट को लेखिका ने बंदर की घटना से जोड़ कर बेजोड़ बना दिया है।
(विजय राजबली माथुर )
संकलन-विजय माथुर, फौर्मैटिंग-यशवन्त यश
अचला नागर ( Achala Nagar) प्रसिद्ध फ़िल्म पटकथा एवं संवाद लेखिका हैं। डॉ. अचला नागर का जन्म 2 दिसंबर, 1939 को लखनऊ, उत्तर प्रदेश में हुआ। ये प्रसिद्ध साहित्यकार अमृतलाल नागर की पुत्री हैं।
जन्मदिन 02 दिसंबर के अवसर पर डॉ अचला नागर की एक राजनीतिक व्यंग्य रचना :
22 जून, 1980 के 'धर्मयुग' में प्रकाशित डॉ अचला नागर जी की यह रचना व्यंग्यात्मक पुट लिए उस समय की राजनीतिक स्थिति का विश्लेषण करती है। यह वह समय था जब जनता पार्टी के दोनों गुट अपनी-अपनी सरकारें गंवा चुके थे और मध्यावधि चुनावों से इंदिरा कांग्रेस जो उस समय 'कांग्रेस आई' के नाम से जानी जाती थी प्रचंड बहुमत से सत्ता में लौट आई थी।
डॉ अचला जी ने मंदिर के बंदर से शुरू करके केंद्र व राज्यों में पुनः कांग्रेस आई की सरकारों के गठन का बड़ा ही रोचक वर्णन प्रस्तुत किया है। जनता पार्टी की बंदर-बाट को लेखिका ने बंदर की घटना से जोड़ कर बेजोड़ बना दिया है।
(विजय राजबली माथुर )
संकलन-विजय माथुर, फौर्मैटिंग-यशवन्त यश
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