Monday, 22 February 2016

विवेक-ज्ञान को कुचलते सरकारी कदम




मनन करने के कारण  प्राणी मनुष्य  कहलाता है। मनन करने हेतु ज्ञान, बुद्धि,विवेक का होना व उनका जाग्रत रहना ज़रूरी है। किन्तु शोषण समर्थक कभी ज्ञान के शब्दों के कान में   पड़ने पर 'सीसा' डाला करते थे। अब वह सीसा 'देशद्रोह' में रूपांतरित हो गया है। हैदराबाद में रोहित वेमुला को अपने प्राणों को गंवाना पड़ा है। दिल्ली में  JNUSU अध्यक्ष को 'देशद्रोह' का झूठा आरोप लगा कर जेल भेजा गया है। मूल उद्देश्य है ज्ञान,बुद्धि व विवेक को समाप्त करके शोषण करवाने को लालायित  जन-समाज का निर्माण करना। 




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 संकलन-विजय माथुर, फौर्मैटिंग-यशवन्त यश

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