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27/12/2011-Hindustan |
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29/12/2011 |
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29/12/2011 |
Vijai Mathur वस्तुतः जिस अमेरिकी समर्थन पर अन्ना आंदोलन चला था वह इस देश की जनता के कारण अब CIA के परामर्श पर हट गया है। ISCON के संस्थापक की 'गीता' पर व्याख्या पर रूसी सरकार द्वारा प्रतिबंध की याचिका खारिज करने की कीमत CIAने अन्ना से समर्थन हटा कर चुकाई। उस व्याख्या को जो श्री कृष्ण के उपदेशों के प्रतिकूल हैं भाजपा के साथ सपा और राजद ने भी समर्थन देकर इस फैसले की झलक पहले ही दे दी थी।
लोकायुक्तों से परेशान भाजपा और बसपा नहीं चाहती थीं कि,संवैधानिक लोकपाल के अधीन लोकयुक्त आयें ,सपा और राजद भी पहले से त्रस्त थे। इसी लिए सभी रूसी अदालत मे चले विवाद पर यह जाने बगैर एकजुट रहे कि,ISCON वाली व्याख्या तो है ही गलत। ISCON वस्तुतः CIA का ही सहयोगी है। यह भी अन्ना की हार नहीं हमारी आंतरिक राजनीति मे अमेरिकी घुसपैठ की ही जीत है।
संकलन-विजय माथुर, फौर्मैटिंग-यशवन्त माथुर
बहुत सुंदर प्रस्तुती बेहतरीन लेख ,.....
ReplyDeleteनववर्ष की हार्दिक शुभकामनाए..
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