Thursday 21 May 2015

साजिश और परिवार : विद्वजन के विचार

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( परिवार नागरिकता की प्रथम पाठशाला होते हैं अतः रंजना कुमारी जी द्वारा समाज सुधार हेतु परिवार की पहल पर जो ध्यानाकर्षण किया है उस पर गंभीरता से विचार कर अनुपालन करने की ज़रूरत है। --- विजय राजबली माथुर )

संकलन-विजय माथुर, फौर्मैटिंग-यशवन्त यश

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