Saturday, 9 May 2015

जनता और जन-विचारक अपराधी के विरुद्ध : समर्थक कौन?


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साधारण जनता और उससे सरोकार रखने वाले बुद्धिजीवी विचारक जहां एक अपराधी को न्यायिक-अव्यवस्था से मिली छूट के विरुद्ध आवाज़ उठा रहे हैं वहीं जनता से कटे हुये (जनाधार विहीन) अमीर नेता गण एवं खुद अपने में ही मद-मस्त रहने वाले स्वार्थी स्वभाव के लोग अपराधी का महिमा-मंडन करके गरीबों के साथ भद्दा और क्रूर मज़ाक कर रहे हैं। यही कारण है कि भारत में कम्युनिस्ट कर्णधारों की अदूरदर्शिता के कारण कम्यूनिज़्म सफल नहीं हो पा रहा है।













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