Thursday 15 October 2015

बाल वीरांगना मुद्दू तीर्थाहल्ली ने पुरस्कार वापिस कर दिग्गजों को पछाड़ा

स्पष्ट रूप से पढ़ने के लिए इमेज पर डबल क्लिक करें (आप उसके बाद भी एक बार और क्लिक द्वारा ज़ूम करके पढ़ सकते हैं ) 



http://navbharattimes.indiatimes.com/state/other-states/other-cities/class-11-girl-to-return-karnataka-literary-award/articleshow/49346597.cms?utm_source=facebook.com&utm_medium=referral&utm_campaign=Award141015

नवोदित साहित्यकार  11 वीं कक्षा की छात्रा  मुद्दू तीर्थाहल्ली ने  इन चर्चाओं के बीच कि  पुरस्कार वापसी व्यर्थ है बेझिझक साहित्य अकादमी का पुरस्कार लौटा कर अपने ' शौर्य  ' को दिखा दिया है। अब बुज़ुर्गों को इस बालिका से प्रेरणा लेकर इस अभियान में आगे आना चाहिए। 


(संकलन-विजय माथुर, फौर्मैटिंग-यशवन्त यश)

No comments:

Post a Comment

कुछ अनर्गल टिप्पणियों के प्राप्त होने के कारण इस ब्लॉग पर मोडरेशन सक्षम है.असुविधा के लिए खेद है.